तेरी आँखों में जो डूबा किसे अब पार जाने था ।
तू ही था मेरा हमसाया तुझे ही मैंने पाना था ।
उठा जब जब दुआ में सर तुझे सोचा, तुझे माँगा ।
तू ही मेरा सारा जहां, तुझे ही मैंने जाना था ।
हँसा किस्मत पर अपनी मई के मेरा क्या बचा था अब ।
ये जान तेरी ये दिल तेरा तू ही मेरा खज़ाना था ।
नही चाहा कोई अपना मेरा भी और हो जाए ।
मेरे दिल ने तुझे ही बस तुझे ही अपना माना था ।
- अनुराग कुशवाहा
तू ही था मेरा हमसाया तुझे ही मैंने पाना था ।
उठा जब जब दुआ में सर तुझे सोचा, तुझे माँगा ।
तू ही मेरा सारा जहां, तुझे ही मैंने जाना था ।
हँसा किस्मत पर अपनी मई के मेरा क्या बचा था अब ।
ये जान तेरी ये दिल तेरा तू ही मेरा खज़ाना था ।
नही चाहा कोई अपना मेरा भी और हो जाए ।
मेरे दिल ने तुझे ही बस तुझे ही अपना माना था ।
- अनुराग कुशवाहा
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